नमस्कार दोस्तों जय मा मेलडी,हर हर महादेव,जय श्री गणेश।मैने इससे पहले भी नागदेवता पर एक पोस्ट बनाई हुई है अगर आपने वो पोस्ट ना देखी हो तो उसे पहले देख लीजिए। क्यों की उस पोस्ट को देखे बिना इस पोस्ट में कुछ समझ में नहीं आएगा।
तो चलिए शुरू करते है:
अगर नाग या नागिन को मारा दिया हो तो उसका परिणाम क्या होता है?
नाग का जीव लेना बोहोत ही बड़ा दुष्कर्म माना गया है और इसका परिणाम अति भयंकर होता है। अगर ना चाहकर मजबूरी में नाग को मारा है तो दोष थोड़ा कम लगता है परन्तु जान बुजकर मारा है तो इसको बोहोत ही बड़ा गुनाह माना जाता है।इसका परिणाम ये होता है कि जातक का शरीर अपने आप सिकुड़ने लगता है और नशे कमजोर पड़ जाती है। शरीर में कोई कार्य करने की सफुर्ती नहीं रहती आत्महत्या के विचार आने लगते है।
नागदेवता को प्रसन्न करने का उपाय
वैसे मैने पहले की पोस्ट में नागदेवता को प्रसन्न करने का उपाय बताया हुआ हे अगर आप वो उपाय करते है तो ये उपाय अलग से करने की जरूरत नहीं। ये उपाय उन लोगो के लिए ही है जो पहला बताया हुआ उपाय नहीं कर सकते। आपको हर रोज नाग देवता और नहीं माता के नाम से 2 अगरबत्ती करनी है और उसे घर के गए के बाहर किसी कोन में लगा देना हे। अगर आप प्रतिदिन नहीं कर सकते अगरबत्ती तो सोमवार के दिन सुबह और शाम दोनों टाइम करनी है। आपको भोग भी सोमवार के दिन ही देना है। सोमवार के दिन आपको घर के बाहर किसी कुंड में 5 गोबर के उपले जला कर उन पे खीर का भोग देना है। आपको भोग इस प्रकार देना हे खीर की पहली 5 आहुति नाग देवता के नाम से और दूसरी 5 आहुति नाग माता के नाम से। और हो सके तो एक नारियल की बलि नागदेवता के नाम से और दूसरी नारियल की बलि नागिन माता के नाम से। अगर गोबर उपलब्ध ना हो पाए तो आप आम की लकड़ी या 5 कपूर और धूप पे भी भोग दे सकते है। आपको ये विधि तब तक छोड़नी जब तक आपकी समस्या कम होकर 20 - 30% ना रह जाए आपको कम से कम 5 सोमवार तो करने ही है और ज्यादा आपकी श्रद्धा अनुसार । फिर आपको साल के एक दिन इसी प्रकार नागदेवता को भोग देना है।
में मेरा सम्पूर्ण ज्ञान गुरु माता मां खूंखार मेलडी(Bareja) तथा गुरु पिता महादेव और गुरुदेव श्री गणेश का प्रसाद समझता हूं तथा सारा श्रेय उनके श्री चरणों में समर्पित करता हूं।