कहीं आपकी समस्या इस कारण से तो नहीं? । Kaalsarp Dosh

नमस्कार दोस्तों जय मा मेलडी,हर हर महादेव,जय श्री गणेश। तो दोस्तों हर किसी के जीवन में कोई ना कोई समस्या बनी रहती है अनेक ज्योतिषों और भगतो को बताने के बावजूद भी व्यक्ति समस्यायों से बाहर नहीं निकल पाता क्यों की वो समस्या का कारण समझने में भूल कर बैठ ता है। तो आज में आपको एक ऐसा कारण बताने वाला हूं जो सभी के जीवन में लागू होता हैं। ये कारण दुनिया में केवल 25% प्रतिसत लोग ही जानते हैं।

तो चलिए शुरू करते है:

सभी लोग नागदेवता से परिचित होंगे परन्तु उनका महत्व बोहोत ही कम लोग जानते हैं और मानते है। नागदेवता को परमपिता शिव और भगवान श्री हरि विष्णु से ये वरदान है कि वह हर जमीन पर पूजे जाएंगे। नागदेवता हनुमानजी की तरह एक ब्रह्मचारी शक्ति है। वह नागिन के अथवा किसी और स्त्री के संपर्क में आते है तो सूतक लग जाता है।
               इनका प्रकोप किन पर होता है?
जो लोग नागदेवता को 12 माह में एक भी बार भोग नहीं लगाते उन पर इनकी कृपा नहीं होती और कुलदेवी की भी पूर्ण रूप से कृपा प्राप्त नहीं कर पाते। परन्तु जिस घर में मांस - मदिरा का सेवन होता है और स्त्री धार्मिक मास में धर्म का पालन नहीं कर तो वहां इनका भारी प्रकोप होता है। धंधा - व्यापार ठीक से ना चलना, बार बार बीमार हो जाना, घर में बार बार कलेह की स्थिति उत्पन्न होना, कुलदेवी को भोग देते समय ही झगड़ा हो जाना सब इनके प्रकोप के लक्षण है। अनेक स्त्री - पुरुष को स्वप्न में नागदेवता आते है परन्तु वे लोग कुछ समझ नहीं पाते ये भी इनका लक्षण हे


             

           नागदेवता को प्रसन्न करने का उपाय

नागदेवता को प्रसन्न करने का उपाय बेहद ही सरल और सहज है। इनका पूजन सोमवार को करना है। जैसे मैने बताया नागदेवता एक ब्रह्मचारी शक्ति हे तो पुरुष इनका पूजन करे तो सही रहेगा। परन्तु घर में कोई पुरुष ना हो तो स्त्री खुद पर गंगा जल छिड़क के और पल्लू सर पे रख के पूजन कर सकती है इसमें कोई चिंता नहीं है।


  घर के बाहर किसी खाली कोने का चयन कर जहां कोई आता जाता ना हो ज्यादा उस कोने को अच्छे से साफ करके जिस प्रकार तस्वीर में दीपक बताया वैसे एक लेटी रूई का और उसके ऊपर ही खड़ी रूई का एसे दीपक प्रज्वलित करना है इस प्रकार नाग - नागिन एक हो जाएंगे। दीपक प्रज्वलित करने के बाद पहले नागदेवता के नाम से आपको नारियल की बलि देनी है और नागदेवता के खड़े दीपक में सुखडी का भोग लगाना और दूध की थोड़ी धार देनी  है ।फिर नागिन माता को नारियल की बलि चढ़ा नी हे और लेटी रूई के दीपक में खीर का भोग लगाना है। उसके बाद आपको बचा दूध अपने घर में छिड़क देना है। स्त्री सोमवार को कच्चा दूध पीकर नागदेवता का व्रत करे तो विशेष कृपा प्राप्त होगी और सारे संकट,कष्ट,घर का कलेह समाप्त हो जाएगा।


में मेरा सम्पूर्ण ज्ञान गुरु माता मां मेलडी तथा गुरु पिता महादेव का प्रसाद समझता हूं तथा सारा श्रेय उनके श्री चरणों में समर्पित करता हूं।
 

 

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